शिक्षा का अधिकार
अधिनियम (आरटीई) के नाम पर कॉन्वेंट स्कूलों में पैसा लेकर दाखिला कराने वाले
गिरोह का बनारस में भंडाफोड़ हुआ है। सिटी मजिस्ट्रेट के साथ बेसिक शिक्षा अधिकारी
ने शिवपुर के इंद्रपुर में छापा मारकर वहां से लोगों को पकड़ा। दो लोगों को पुलिस
ने हिरासत में ले लिया है। वहां से मिले दस्तावेज की छानबीन में पुलिस जुट गई है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी बीबी चौधरी को
शिकायत मिल रही थी कि कुछ दलाल आरटीई के तहत दाखिला करा रहे हैं। बुधवार को मिली
शिकायत पर बीएसए ने इसकी जानकारी जिलाधिकारी को दी।
डीएम के निर्देश पर शिवपुर पुलिस के साथ सिटी मजिस्ट्रेट डा. विश्राम, बीबी चौधरी, जिला समन्वयक जेपी सिंह ने शिवपुर के इंद्रपुर स्थित उस कार्यालय पर छापा मारा जहां अभिभावकों को दाखिले की कार्रवाई के बुलाया जाता है।
इस दौरान पाया गया कि दाखिले के लिए यहां फर्जी तरीके से वहां आय, जाति, आधार व अन्य दस्तावेज आदि भी बनाए जाते हैं। वहां से कई विद्यालय के प्रधानाचार्य व अधिकारियों की मोहर भी मिली। यही नहीं फर्जी तरीके से लोगों को कांशीराम आवास का आवंटन भी कराया जा रहा है।
इसके लिए 60 हजार से एक लाख रुपये लिया जाता है। पकड़े गए अजय गौतम व सूर्यबली ने माना कि आरटीई के तहत दाखिले के लिए वह दो हजार रुपये लेते हैं। एक बच्चे का दाखिला फर्जी दस्तावेज पर कराया भी है। ये भी बताया कि डीएम के लिपिक का भी इसमें हाथ है।
इस बारे में सिटी मजिस्ट्रेट डा. विश्राम ने बताया कि जांच चल रही है। इसमें जो बाबू लिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बीएसए बीबी चौधरी ने बताया कि इसकी लगातार शिकायत मिल रही थी।
डीएम के निर्देश पर शिवपुर पुलिस के साथ सिटी मजिस्ट्रेट डा. विश्राम, बीबी चौधरी, जिला समन्वयक जेपी सिंह ने शिवपुर के इंद्रपुर स्थित उस कार्यालय पर छापा मारा जहां अभिभावकों को दाखिले की कार्रवाई के बुलाया जाता है।
इस दौरान पाया गया कि दाखिले के लिए यहां फर्जी तरीके से वहां आय, जाति, आधार व अन्य दस्तावेज आदि भी बनाए जाते हैं। वहां से कई विद्यालय के प्रधानाचार्य व अधिकारियों की मोहर भी मिली। यही नहीं फर्जी तरीके से लोगों को कांशीराम आवास का आवंटन भी कराया जा रहा है।
इसके लिए 60 हजार से एक लाख रुपये लिया जाता है। पकड़े गए अजय गौतम व सूर्यबली ने माना कि आरटीई के तहत दाखिले के लिए वह दो हजार रुपये लेते हैं। एक बच्चे का दाखिला फर्जी दस्तावेज पर कराया भी है। ये भी बताया कि डीएम के लिपिक का भी इसमें हाथ है।
इस बारे में सिटी मजिस्ट्रेट डा. विश्राम ने बताया कि जांच चल रही है। इसमें जो बाबू लिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बीएसए बीबी चौधरी ने बताया कि इसकी लगातार शिकायत मिल रही थी।