अमेरिका के टेक्सास प्रांत में स्थित हाईस्कूल में शुक्रवार को एक
छात्र ने अंधाधुंध फायरिंग करके दस लोग मार डाले। मारे गए लोगों में ज्यादातर
छात्र हैं। मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। घटना ह्यूस्टन से 50 किलोमीटर दूर कस्बे में स्थित सेंटा फे हाईस्कूल की है। चालू वर्ष में
स्कूल में हुई फायरिंग की यह 22 वीं घटना है।
घटना के बाद अमेरिका में एक बार फिर बेरोक-टोक बंदूक बिक्री पर रोक
लगाने की मांग जोर पकड़ गई है। हैरिस काउंटी के शेरिफ एड गोंजालेज ने बताया है कि
मारे गए लोगों में ज्यादातर छात्र हैं। फायरिंग में एक सुरक्षा अधिकारी भी घायल
हुआ है लेकिन वह खतरे से बाहर है। कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं। जिस कस्बे में
फायरिंग की घटना हुई है वह हैरिस काउंटी के अंतर्गत आता है। शेरिफ ने बताया कि
घटना के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक हमलावर छात्र हो सकता
है।
फायरिंग बंद हो गई है और पूरे स्कूल की सघन तलाशी हो रही है। आशंका
थी कि हमलावर विस्फोटक लेकर आए थे। फिलहाल ऐसा कुछ नहीं मिला है। अमेरिका में
हफ्ते भर में स्कूल में हुई फायरिंग की यह तीसरी घटना है। जबकि साल के पांच महीनों
में हुई यह फायरिंग की 22 वीं घटना है। इस दौरान सबसे सनसनीखेज वारदात में
फ्लोरिडा के पार्कलैंड हाईस्कूल में फरवरी में 17 लोग मारे
गए थे। उसके बाद टेक्सास में शुक्रवार को हुई फायरिंग में दस लोग मरे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शुक्रवार को फायरिंग शुरू होते ही स्कूल में भगदड़ मच
गई। खतरे का अलार्म बजा लेकिन किसी को यह समझ नहीं आ रहा था कि वे किस दिशा में
भागें। जिसको जहां जगह मिली-वहां जाकर जा छिपा।
45 मिनट छिपे रहने के बाद निकले बच्चे
फायरिंग स्थल के नजदीक क्लासरूम में मौजूद जूनियर लिबर्टी व्हीलर (14) ने बताया कि पास के आर्ट रूम में पांच गोलियां चलने की आवाज सुनने के बाद
उसकी टीचर ने विद्यार्थियों को भागने के लिए कहा। वे सब भागकर थिएटर डिपार्टमेंट
के स्टोर में जा छिपे, जहां वे 45 मिनट
तक रहे। बाद में पुलिस कमांडो की टीम ने पहुंचकर उन्हें निकाला। स्कूली बच्चे और
उनके अभिभावक घटना के बाद भयभीत हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है।
उन्होंने ट्वीट किया कि टेक्सास में स्कूल में गोलीबारी।शुरुआती रिपोर्ट अच्छी
नहीं है। ईश्वर सभी पर कृपा बनाए रखें।