पूर्वी
अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में एक बड़ा विस्फोट हुआ है। विस्फोट में अभी तक 30 लोगों के मारे जाने की खबर है। जख्मियों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया
है। जिस मस्जिद में विस्फोट हुआ है उसे मतदाता पंजीकरण
केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था।
सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रांतीय प्रमुख हबीब शाह अंसारी ने
खोस्त शहर में हुए हमले की पुष्टि की है।
इस हमले की किसी भी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन इस हमले में भी तालिबान का हाथ होने की आशंता जताई जा रही है। इससे पहले भी तालिबान ने लोकतांत्रिक चुनावों को खारिज किया था। चुनाव के दौरान तालिबान पहले भी
अफगानिस्तान में हमला कर चुका है।
पिछले महीने भी काबुल में एक मतदाता पंजीकरण केंद्र पर आत्मघाती
हमला हुआ था। इस हमले में 60 लोग मारे गए और कम से कम 130 घायल हुए थे। अफगानिस्तान 2014 से चुनाव आयोजित करने की योजना बना रहा है।
तालिबान और आइएस साल के शुरुआत से ही अफगानिस्तान में निरंतर हमले करते आ रहे हैं। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और अन्य जगहों पर बड़ी तादाद में नागरिकों ने विस्फोटों में जान
गंवाई है। अमेरिका और नाटो ने 2014 के अंत में अपने युद्ध
मिशन को समाप्त किया था। इसके बाद से ही अफगानिस्तान में आतंकवादी घटनाएं बढ़ गई हैं।
-साभार