सार्वजनिक यातायात के वाहन चालको की हड़ताल होती है तो सबसे
ज्यादा परेशानी आम जनता को होती है पर जापान में हुई बस हड़ताल के बाद लोग बेहद
खुश हैं।
अनोखी हड़ताल
चलिए जानते हैं जापान के
बस ड्राइवरों की अनोखी हड़ताल के बारे में। दरसल जापान के ओकायामा शहर में एक बस
कंपनी के आगे उसके ड्राइवरों ने कुछ मांगे रखी थीं जो पूरी नहीं हुईं इसका
नतीजा ये हुआ कि ड्राइवरों ने हड़ताल कर दी। आप सोचेंगे में इसमें खास क्या है, तो जनाब खास है उनका हड़ताल करने का नायाब
तरीका। उनकी इस अनोखी हड़ताल से बस कंपनी और प्रशासन तो दुखी है लेकिन आम लोग बहुत
खुश हो गए हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों तो हम बताते हैं।
धरना प्रदर्शन को ना
अपन मांगों को पूरा करनवाने के लिए ये ड्राइवर कोई धरना या प्रदर्शन नहीं
कर रहे, ना ही नारे लगा रहे हैं,
गाड़ियां चलाना बंद करके चक्का जाम भी नहीं किया है। बल्कि इसके
बिलकुल विपरीत ये सड़कों पर पूरे दिन और रात ईमानदारी से बसें दौड़ा रहे हैं और
यात्रियों को उनकी मंजिल पर भी पहुंचा रहे हैं। बस सारे मामले में ट्विस्ट ये है
कि इसके बदले वे यात्रियों से कोई किराया नहीं ले रहे हैं, यानि
मुफ्त में सफर करा रहे हैं। ये इनका कमाल का मूव जिससे बस कंपनियों को तो जम कर
चपत लग रही है पर आम जनता खुश है।
टिकट मशीनों पर
कंबल ढंका और मालिकों का बैंड बजाया
सूचना के अनुसार ओकायामा
में राइवल कंपनी के चलते पुरानी कंपनी के ड्राइवरों की नौकरी पर संकट मंडराने लगा
है इसी से बचने के लिए उन्होंने सुरक्षा और सुविधाओं की मांग की जो कंपनी ने नहीं
सुनी और ड्राइवर हड़ताल करने को मजबूर हो गए।इसके बाद से ही ये बस ड्राइवर पिछले
हफ्ते से एक अनोखी हड़ताल पर हैं, जहां उन्होंने बसों का संचालन बंद नहीं किया, बस ये
सवारियों से कोई किराया नहीं ले रहे हैं। इससे बस कंपनी को रोज का काफी नुकसान हो
रहा है। अपने इरादों का संकेत देने के लिए ड्राइवरों ने बस में लगी टिकट किराया
मशीन को कंबल से ढक दिया है। कंबल से ढकी हुई इन मशीनों की तस्वीरें सोशल मीडिया
पर जम कर वायरल हो रही हैं।
मिल रहा है सर्मथन
ड्राइवरों के इस अजब गजब अंदाज को अब सब तरफ से सर्मथन भी मिल
रहा है। लेबर यूनियनों से लेकर आम लोगों तक सभी ड्राइवरों के समर्थन में उतर आये
हैं। यूनियन का कहना है कि वह अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे हालांकि बस
कंपनी ने मांगों को जैसे का तैसा मानने से इंकार कर दिया है। ऐसे में यूनियन ने
कहा है कि अब वे अपनी मांगो को लेकर एक बड़े विरोध के बारे में सोच रहे हैं। वैसे
ऐसी अनोखी हड़ताल दुनिया में पहली बार जापान में ही हुई हो ऐसा नहीं है, बल्कि पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन और
सिडनी शहरों में भी ड्राइवरों ने ऐसी ही बस हड़ताल की थी, ताकि
इससे आम लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।