वाराणसी के कैंट एरिया
में निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से एक बड़ा हादसा होने की बात सामने आ रही
है। यहां बन रहे फ्लाईओवर का एक हिस्सा अचानक गिर गया और उसके नीचे बड़ी संख्या
में लोग और गाड़ियां दब गईं। हादसे में 15 लोगों
की मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक
लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर
दुख जताते हुए अधिकारियों से फौरन मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करने को कहा है। राज्य
सरकार ने हादसे में मृत लोगों के परिजनों को पांच लाख और गंभीर रूप से घायल लोगों
को दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। सीएम ने जल्द कार्रवाई के लिए
हादसे की जांच टीम का गठन किया है और अगले 48 घंटे में
रिपोर्ट मांगी है।
कैंट क्षेत्र में
फ्लाईओवर का निर्माण लंबे समय से चल रहा है। मंगलवार शाम अचानकर इस पुल का एक
हिस्सा टूटकर नीचे आ गिरा। इसके नीचे खड़ी गाड़ियों समेत कई लोग पुल के नीचे दब
गए। अब तक 15 लोगों के मरने की सूचना सामने आ रही है
जबकि कई लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं। मलबे के नीच कारें, ऑटो और दोपहिया गाड़ियों समेत कई वाहन दबे हैं जिनमें लोग हो सकते हैं।
टीमें पहुंचीं, बचाव कार्य जारी
कैंट रेलवे स्टेशन के पास हुए इस हादसे में नीचे खड़ी गाड़ियां जहां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं वहीं, भारी पुल के मलबे में दबकर कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। मलबे से लोगों को निकालने के लिए फौरन बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि फौरन बचाव टीम को भेजकर लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें हादसे में बचाव के लिए पहुंच रही हैं और लोगों को निकालने की कोशिश जारी है। एनडीआरएफ की उपकरणों से लैस पांच टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया है।
कैंट रेलवे स्टेशन के पास हुए इस हादसे में नीचे खड़ी गाड़ियां जहां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं वहीं, भारी पुल के मलबे में दबकर कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। मलबे से लोगों को निकालने के लिए फौरन बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि फौरन बचाव टीम को भेजकर लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें हादसे में बचाव के लिए पहुंच रही हैं और लोगों को निकालने की कोशिश जारी है। एनडीआरएफ की उपकरणों से लैस पांच टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया है।
सीएम योगी ने जताया दुख
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए इसे संज्ञान में लिया। उन्होंने जिला प्रशासन को तेजी से बचाव कार्य करते हुए लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से त्वरित कार्रवाई करते हुए मलबे में दबे लोगों को निकालने जल्द से जल्द को कहा है। सीएम योगी खुद भी जल्द वाराणसी पहुंचने वाले हैं। राज्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सीएम योगी ने हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और मंत्री नीलकंठ तिवारी को वाराणसी कैंट क्षेत्र पहुंचने को कहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए इसे संज्ञान में लिया। उन्होंने जिला प्रशासन को तेजी से बचाव कार्य करते हुए लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से त्वरित कार्रवाई करते हुए मलबे में दबे लोगों को निकालने जल्द से जल्द को कहा है। सीएम योगी खुद भी जल्द वाराणसी पहुंचने वाले हैं। राज्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सीएम योगी ने हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और मंत्री नीलकंठ तिवारी को वाराणसी कैंट क्षेत्र पहुंचने को कहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी लिया संज्ञान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर सीएम योगी से बात की है। ट्वीट में पीएम ने लिखा, 'मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वाराणसी में निर्माणाधीन पुल गिरने से हुए हादसे पर बात की। उत्तर प्रदेश सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और हादसे से प्रभावित लोगों की मदद के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रही है।'
मरने वालों को 5, घायलों को 2 लाख रुपये मुआवजा
सीएम योगी ने कहा कि 48 घंटे में हादसे के लिए दोषियों पर कार्रवाई हो सके इसलिए जल्द से जल्द मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम ने हादसे में अपने परिजनों को खोने वाले सभी पीड़ितों के प्रति दुख व्यक्त करते हुए कहा कि बचाव कार्य बड़े स्तर पर शुरू कर दिया गया है। राज्य सरकार ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को पांच लाख और गंभीर रूप से घायल लोगों को दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
लंबे समय से चल रहा था निर्माण-कार्य
कैंट इलाके में इस फ्लाईओवर के लिए पर लंबे समय से निर्माण कार्य चल रहा था। बता दें, हाल ही में डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने यहां का दौरा किया था और इस पुल का निर्माण कार्य जल्द पूरा करने का आदेश भी दिया था। उत्तर प्रदेश सेतु निगम के अंतर्गत 7741.47 लाख की लागत से बन रहे इस फ्लाईओवर में निगम पर घटिया निर्माण सामग्री लगाने का आरोप भी लग रहा है। पुल का निर्माण इसी साल अक्टूबर तक पूरा होना था। ऐसे में एक सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या काम जल्दबाजी में जैसे-तैसे निपटाया जा रहा था और गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर सीएम योगी से बात की है। ट्वीट में पीएम ने लिखा, 'मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वाराणसी में निर्माणाधीन पुल गिरने से हुए हादसे पर बात की। उत्तर प्रदेश सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और हादसे से प्रभावित लोगों की मदद के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रही है।'
मरने वालों को 5, घायलों को 2 लाख रुपये मुआवजा
सीएम योगी ने कहा कि 48 घंटे में हादसे के लिए दोषियों पर कार्रवाई हो सके इसलिए जल्द से जल्द मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम ने हादसे में अपने परिजनों को खोने वाले सभी पीड़ितों के प्रति दुख व्यक्त करते हुए कहा कि बचाव कार्य बड़े स्तर पर शुरू कर दिया गया है। राज्य सरकार ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को पांच लाख और गंभीर रूप से घायल लोगों को दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
लंबे समय से चल रहा था निर्माण-कार्य
कैंट इलाके में इस फ्लाईओवर के लिए पर लंबे समय से निर्माण कार्य चल रहा था। बता दें, हाल ही में डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने यहां का दौरा किया था और इस पुल का निर्माण कार्य जल्द पूरा करने का आदेश भी दिया था। उत्तर प्रदेश सेतु निगम के अंतर्गत 7741.47 लाख की लागत से बन रहे इस फ्लाईओवर में निगम पर घटिया निर्माण सामग्री लगाने का आरोप भी लग रहा है। पुल का निर्माण इसी साल अक्टूबर तक पूरा होना था। ऐसे में एक सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या काम जल्दबाजी में जैसे-तैसे निपटाया जा रहा था और गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया