वाराणसी : कलेक्ट्रेट में तैनात बाबू रामवृक्ष के
फर्जीवाड़ा के खेल में शामिल होने का मामला उजागर होने के बाद से प्रशासनिक महकमे
में हड़कंप मचा है। जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र भी गुरुवार को तेवर में दिखे और
कलेक्ट्रेट में तैनात लिपिक रामवृक्ष को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ विभागीय जांच
बैठा दी। उधर, स्कूल को मान्यता देने के मामले
में चल रहे खेल का मामला राजफाश होने पर डीएम ने बीएसए (जिला बेसिक शिक्षा
अधिकारी) कार्यालय पर दबिश दी। पटल सहायक जितेंद्र श्रीवास्तव को तत्काल निलंबित
करते हुए दूसरे कर्मचारी राजेश्वर श्रीवास्तव के निलंबन की संस्तुति की। चिरईगांव
के पीएचसी प्रभारी ने एएनएम के निलंबन व डाक्टर का वेतन रोकने की संस्तुति की है।
अचानक धमके
बीएसए कार्यालय
बीते माह जनपद
के 335
निजी विद्यालयों को मान्यता प्रदान की गई थी। इसमें 262 जूनियर हाईस्कूल व 73 प्राइमरी स्तर के विद्यालय
शामिल हैं। आरोप है कि मान्यता देने बीएसए कार्यालय के कर्मचारियों ने उनके
संचालकों को कई बार दौड़ाया। मामला डीएम दरबार तक पहुंचा। सच्चाई जानने डीएम अचानक
दोपहर में 12.30 बजे अचानक बीएसए कार्यालय धमक पड़े। उन्होंने
विद्यालयों की मान्यता संबंधी कई फाइलें भी तलब कीं। मान्यता देने में हीलाहवाली
बरतने पर नाराजगी जताते हुए विद्यालय की मान्यता देख रहे संबंधित कर्मचारियों को
फटकार भी लगाई। बीएसए बृज भूषण चौधरी को भी नहीं छोड़ा। बिना वजह मान्यता की फाइलों
को लटकाने व अन्य अनियमितता के आरोप में उन्होंने पटल सहायक जितेंद्र श्रीवास्तव
को निलंबित करते हुए राजेश्वर श्रीवास्तव के निलंबन की संस्तुति की।
निरीक्षण में
लापता थे डाक्टर, एएनएम
चिरईगांव
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. सुनील कुमार ने गुरुवार को अतिरिक्त
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छितौनी, स्वास्थ्य उपकेंद्र जाल्हूपुर और हिरावनपुर का औचक
निरीक्षण किया। निरीक्षण में चिकित्सक डा. मुकेश सिंह एएनएम ममता वर्मा केंद्र पर
नहीं मिलीं। एएनएम जाल्हूपुर के निलंबन और डा. मुकेश सिंह का वेतन रोकने और
हिरामनपुर की मनोरमा देवी के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए प्रभारी चिकित्साधिकारी
ने सीएमओ को संस्तुति पत्र भेजा है। डा. सुनील कुमार ने बताया कि अतिरिक्त
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छितौनी पर तैनात चिकित्सक मौके पर नहीं मिले। 30
अप्रैल से अनुपस्थित चल रहे हैं। वहा पर माह अप्रैल में मात्र एक
प्रसव कराने पर एएनएम जामवंती को कड़ी चेतावनी दी गई। इसी प्रकार जाल्हूपुर
उपकेंद्र पर तैनात एएनएम ममता वर्मा उपस्थित नहीं मिलीं। केंद्र पर ताला बंद था।
एचबी मीना चक्रवर्ती बाहर बैठी थीं। बार-बार कहने पर भी टीकाकरण और आयुष्मान कार्य
में रुचि नहीं लेती हैं। वहीं हिरामनपुर उपकेंद्र की मनोरमा द्वारा पर्यवेक्षण
कार्य में रुचि नहीं लिया जाता है।
- कार्यालयों में रखे नजर -
डीएम योगेश्वर
राम मिश्र ने गुरुवार रात अपने कैंप कार्यालय में मुख्य विकास अधिकारी, सीएमओ, ब्लाक पर तैनात अधिकारियों के साथ बैठक की।
चेताया कि वरिष्ठ अधिकारी अपने कार्यालयों में अधीनस्थों पर निगाह रखें। कई
कर्मचारी भ्रष्टाचार के खेल में संलिप्त हैं। यदि कोई पकड़ा जाता है तो संबंधित के
साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी। सरकार की योजनाओं में किसी स्तर की
लापरवाही ठीक नहीं है।