उत्तर प्रदेश के सभी
जिलों में पांच अगस्त (रविवार) से बच्चों को ‘दो बूंद जिंदगी की’
पिलाई जाएगी। पोलियो टीकाकरण अभियान के अंतर्गत सभी 75 जनपदों में शून्य से पांच वर्ष तक के साढ़े तीन करोड़ बच्चों को पोलियो
वैक्सीन पिलाने का लक्ष्य है। इसके लिए 1.10 लाख से अधिक बूथ
बनाए गए हैं। अगला अभियान 18 नवंबर को चलेगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम)
महाप्रबंधक रुटीन इम्यूनाइजेशन ने बताया कि अभियान का पिछला राउंड 11 मार्च
2018 को हुआ था। प्रदेश में एक भी पोलियो का केस सामने न आए,
इसके लिए टीकाकरण अभियान लगातार चलता रहेगा।
उन्होंने बताया कि पोलियो वैक्सीन बच्चे को जन्म के तुरंत बाद, छह सप्ताह, 10 सप्ताह और 14 सप्ताह पर दी जाती है। इसके अलावा पांच साल तक के बच्चों का अभियान चलाकर टीकाकरण किया जाता है।
यूपी में पोलियो का आखिरी केस 21 अप्रैल 2010 में पाया गया था। वहीं, डब्लूएचओ ने भारत को 27 मार्च 2014 को पोलियो फ्री घोषित किया था।
उन्होंने बताया कि पोलियो वैक्सीन बच्चे को जन्म के तुरंत बाद, छह सप्ताह, 10 सप्ताह और 14 सप्ताह पर दी जाती है। इसके अलावा पांच साल तक के बच्चों का अभियान चलाकर टीकाकरण किया जाता है।
यूपी में पोलियो का आखिरी केस 21 अप्रैल 2010 में पाया गया था। वहीं, डब्लूएचओ ने भारत को 27 मार्च 2014 को पोलियो फ्री घोषित किया था।