मथुरा की एक बेटी ने प्रदेश की योगी सरकार को पत्र लिखकर शिक्षा
का अधिकार मांगा है। आठवीं की छात्रा का यह पत्र सरकार और सिस्टम को आईना दिखा रहा
है। और नेताओं को भी, जिन्होंने विकास के वायदे किए हैं।
दरअसल, नौहझील क्षेत्र में बरसात के बाद
से कई इलाकों में जलभराव हो गया है। जिससे रास्ते बंद हैं। बच्चे स्कूल नहीं जा पा
रहे हैं इसी समस्या को लेकर आठवीं क्लास की छात्रा भावना ने मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
छात्रा ने पत्र में लिखा है कि जब तक स्कूल के लिए रास्ता नहीं बनाया जा रहा है, तब तक स्कूल जाने के लिए यातायात की व्यवस्था करायी जाए। इसके लिए चाहे हैलीकॉप्टर की व्यवस्था की जाए या स्टीमर चलवा जाए।
छात्रा ने पत्र में लिखा है कि जब तक स्कूल के लिए रास्ता नहीं बनाया जा रहा है, तब तक स्कूल जाने के लिए यातायात की व्यवस्था करायी जाए। इसके लिए चाहे हैलीकॉप्टर की व्यवस्था की जाए या स्टीमर चलवा जाए।
जलभराव के कारण रास्ता बंद
भावना गांव मरहला की रहने वाली है। उसके गांव में कक्षा पांच तक
प्राथमिक विद्यालय है। आगे की पढ़ाई के लिए गांव के बच्चों को करीब तीन किमी दूर
हसनपुर जाना पड़ता है, लेकिन
जलभराव के कारण रास्ते पर चलना मुश्किल है।
छात्रा ने पत्र में लिखा है कि वर्तमान समय में स्कूल जाने का रास्ता बिल्कुल बंद हो गया है। कहीं कहीं तो किसानों ने रास्ते को काटकर अपने खेतों में मिला लिया है। इस परिस्थिति में हम कैसे शिक्षा हासिल करें।
भावना ने निवदेन करते हुए लिखा है कि सीएम सर, जब तक हमारा रास्ता मरहला से हसनपुर तक नहीं बनाया जा रहा है, तब तक स्कूल जाने के लिए व्यवस्था कराई जाए। चाहे हैलीकॉप्टर की व्यवस्था कराई जाए या स्टीमर चलाया जाए।
छात्रा ने पत्र में लिखा है कि वर्तमान समय में स्कूल जाने का रास्ता बिल्कुल बंद हो गया है। कहीं कहीं तो किसानों ने रास्ते को काटकर अपने खेतों में मिला लिया है। इस परिस्थिति में हम कैसे शिक्षा हासिल करें।
भावना ने निवदेन करते हुए लिखा है कि सीएम सर, जब तक हमारा रास्ता मरहला से हसनपुर तक नहीं बनाया जा रहा है, तब तक स्कूल जाने के लिए व्यवस्था कराई जाए। चाहे हैलीकॉप्टर की व्यवस्था कराई जाए या स्टीमर चलाया जाए।
मुख्यमंत्री से की ये अपील
इस पत्र में आगे लिखा है कि आप (मुख्यमंत्री) बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर बहुत ध्यान दे रहे हैं। मेरी जैसी
दर्जनों बेटियां यहां हैं, जो स्कूल नहीं जा पा रही हैं।
हमें हमारी शिक्षा का अधिकार प्रदान किया जाए।
छात्रा भावना ने इस पत्र का डाक से सीएम ऑफिस भेजा है। उसको उम्मीद है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उसकी मांग को गंभीरता से लेंगे। जल्द ही स्कूल जाने का रास्ता बनवाया जाएगा।
छात्रा भावना ने इस पत्र का डाक से सीएम ऑफिस भेजा है। उसको उम्मीद है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उसकी मांग को गंभीरता से लेंगे। जल्द ही स्कूल जाने का रास्ता बनवाया जाएगा।