Saturday, June 29, 2019

सरकारी बैठकों में बिस्कुट नहीं लाई-चना खाएंगे अधिकारी, प्लास्टिक बोतल वाले पानी पर भी लगेगी पाबंदी


  • स्वास्थ्य मंत्रालय का सर्कुलर जारी
  • सेहत के लिए नुकसानदायक है बिस्कुट
  • सरकारी कैंटीन में भी नहीं बिकेगा

सरकारी अधिकारी बैठकों के दौरान चाय की चुस्कियों के साथ बिस्कुट का लुत्फ नहीं उठा पाएंगे। अधिकारियों की सेहत का ख्याल करते हुए सरकार ने बिस्कुट की जगह देशी नाश्ता लाई-चना या भुना चना परोसने का फैसला किया है। यही नहीं, सेहत के लिए नुकसानदेह बिस्कुट सरकारी कैंटीन में बिकेगा भी नहीं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की पहल पर मंत्रालय ने इस संदर्भ में सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया है कि प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीना को नुकसानदेह है। निकट भविष्य में इसका प्रयोग भी बंद किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्लास्टिक कचरे से कितना प्रदूषण हो रहा है, इससे सब वाकिफ हैं। इसलिए इसकी जितनी जल्द विदाई की जाए, बेहतर है।

ये स्नैक्स भी परोसे जा सकते हैं
बिस्कुट की जगह जिन स्नैक्स के नाम सुझाए गए हैं, उनमें लाई-चना, खजूर, भुना चना, बादाम और अखरोट शामिल हैं।

सभी मंत्रालयों, सरकारी संस्थानों में होगा लागू 

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि फिलहाल यह आदेश स्वास्थ्य मंत्रालय के विभागों और संस्थानों में लागू होगा। यह एक स्वास्थ्यकर कदम है और इसे डॉक्टर की पहल पर उठाया गया है, इसलिए अन्य मंत्रालयों एवं विभागों से भी लागू करने का अनुरोध किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के नियंत्रण में आने वाले एम्स में भी बिस्कुट नहीं मिलेगा। देशभर के अन्य राज्यों के अस्पतालों में भी बिस्कुट की बिक्री पर रोक लगाने को कहा जाएगा।

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