उत्तर
प्रदेश में अगले साल होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव केन्द्रीय चुनाव आयोग की
विधानसभावार बनी फोटोयुक्त वोटर लिस्ट से होंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत
चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है।
अभी तक पंचायत चुनाव राज्य
निर्वाचन आयोग की सूची से होते थे। पहली बार यह चुनाव केंद्रीय चुनाव आयोग की सूची
के आधार पर होंगे।
राज्य निर्वाचन आयोग के अपर
निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा ने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में बताया कि इस बार के पंचायत चुनाव में वार्डों
का परिसीमन नहीं होगा। उन्होंने स्पष्ट किया वार्डों का परिसीमन जनगणना के बाद आए
आंकड़ों के आधार पर किया जाता है। पिछले पंचायत चुनाव में परिसीमन किया गया था।
उन्होंने बताया कि परिसीमन सिर्फ उतने ही हिस्से का होगा जहां पुरानी बड़ी पंचायत
को तोड़कर नई पंचायत गठित हुई होंगी।
उन्होंने बताया कि हाल ही में
जिस विधानसभावार फोटोयुक्त वोटर लिस्ट से लोकसभा चुनाव सम्पन्न करवाये गये हैं, पंचायत चुनाव में उसी वोटर लिस्ट के आंकड़ों का इस्तेमाल किया
जाएगा। ये आंकड़े सबसे पहले ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में विभाजित किये जाएंगे। श्री
वर्मा के अनुसार उसके बाद ग्रामीण क्षेत्र की वोटर लिस्ट का अंतरिम प्रकाशन किया
जाएगा जिस पर दावे और आपत्तियां मांगी जाएंगी। केंद्रीय चुनाव आयोग अक्टूबर में
अपनी मौजूदा विधानसभावार वोटर लिस्ट का संक्षिप्त पुनरीक्षण करवाएगा।