गोंडा और फतेहपुर के
जिलाधिकारियों पर कार्रवाई के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च अधिकारियों
को कड़ा संदेश दिया है। कार्रवाई के बाद बयान जारी कर उन्होंने कहा कि अमूमन
कनिष्ठ अधिकारियों को दंडित कर दिया जाता है। वरिष्ठ स्तर पर जवाबदेही तय नहीं की
जाती है। यदि वरिष्ठ स्तर पर प्रभावी अनुश्रवण व कार्रवाई की जाती तो इस तरह की
स्थिति उत्पन्न न होती।
इस पूरे प्रकरण में
सीएम योगी ने उच्च अधिकारियों पर कार्रवाई करके वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों की
जवाबदेही तय करने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि गेहूं खरीद, खाद्यान्न वितरण में लापरवाही और अवैध खनन को लेकर जारी निर्देशों की लगातार अनदेखी करने पर गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा के डीएम जेबी सिंह व फतेहपुर के डीएम कुमार प्रशांत सहित चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
मुख्यमंत्री ने गोंडा में प्रभारी जिला पूर्ति अधिकारी राजीव कुमार, जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजय विक्रम सिंह को भी निलंबित कर दिया। यही नहीं, योगी ने दोनों ही जिलों के पूरे मामले की एफआईआर भी दर्ज कराने के आदेश भी दिए हैं।
फैजाबाद के अपर आयुक्त प्रभांशु कुमार श्रीवास्तव को गोंडा और अपर आयुक्त वाणिज्य कर लखनऊ आंजनेय कुमार सिंह को फतेहपुर का नया जिलाधिकारी बनाया गया है।
गौरतलब है कि गेहूं खरीद, खाद्यान्न वितरण में लापरवाही और अवैध खनन को लेकर जारी निर्देशों की लगातार अनदेखी करने पर गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा के डीएम जेबी सिंह व फतेहपुर के डीएम कुमार प्रशांत सहित चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
मुख्यमंत्री ने गोंडा में प्रभारी जिला पूर्ति अधिकारी राजीव कुमार, जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजय विक्रम सिंह को भी निलंबित कर दिया। यही नहीं, योगी ने दोनों ही जिलों के पूरे मामले की एफआईआर भी दर्ज कराने के आदेश भी दिए हैं।
फैजाबाद के अपर आयुक्त प्रभांशु कुमार श्रीवास्तव को गोंडा और अपर आयुक्त वाणिज्य कर लखनऊ आंजनेय कुमार सिंह को फतेहपुर का नया जिलाधिकारी बनाया गया है।
जांच में सामने आई
हकीकत
गोंडा में हजारों
बोरी सरकारी खाद्यान्न कालाबाजारी के लिए भंडारण और फतेहपुर में गेहूं खरीद में
अनियमितता से जुड़ी शिकायतों की जांच में पुष्टि हुई। मुख्यमंत्री के निर्देश पर
यह जांच खाद्य एवं रसद विभाग ने कराई। इसके अलावा अपर मुख्य सचिव भूतत्व एवं
खनिकर्म राज प्रताप सिंह के स्तर से गोंडा व फतेहपुर में अवैध खनन से जुड़ी
गतिविधियों पर अंकुश न होने से जुड़ी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी गई थी।
फतेहपुर में सरकारी जमीन के अनियमित हस्तांतरण से जुड़ी कार्यवाही की भी शिकायतें मिली थीं। मुख्यमंत्री ने विभिन्न शिकायतों का संज्ञान लेकर दोनों ही जिलों के जिलाधिकारियों के साथ प्रकरण से जुड़े वरिष्ठ अफसरों के खिलाफ कार्रवाई का डंडा चला दिया।
मुख्यमंत्री ने गोंडा व फतेहपुर में जिलाधिकारी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई वरिष्ठ स्तर पर अत्यधिक शिथिल नियंत्रण व गैर जिम्मेदारी पूर्ण कार्य के लिए किया है। इस कार्रवाई के जरिए दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपनी कार्यशैली सुधारने का संदेश दिया गया है।
2010 बैच के प्रमोटी आईएएस अधिकारी प्रभांशु मूल रूप से इलाहाबाद के रहने वाले हैं। उन्हें पहली बार जिलाधिकारी की जिम्मेदारी मिली है। 2005 बैच के आईएएस अधिकारी आंजनेय इसके पहले बुलंदशहर के डीएम रह चुके हैं। शासन ने इन अधिकारियों को तत्काल जिलों की जिम्मेदारी संभालने के लिए निर्देशित किया है।
फतेहपुर में सरकारी जमीन के अनियमित हस्तांतरण से जुड़ी कार्यवाही की भी शिकायतें मिली थीं। मुख्यमंत्री ने विभिन्न शिकायतों का संज्ञान लेकर दोनों ही जिलों के जिलाधिकारियों के साथ प्रकरण से जुड़े वरिष्ठ अफसरों के खिलाफ कार्रवाई का डंडा चला दिया।
मुख्यमंत्री ने गोंडा व फतेहपुर में जिलाधिकारी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई वरिष्ठ स्तर पर अत्यधिक शिथिल नियंत्रण व गैर जिम्मेदारी पूर्ण कार्य के लिए किया है। इस कार्रवाई के जरिए दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपनी कार्यशैली सुधारने का संदेश दिया गया है।
2010 बैच के प्रमोटी आईएएस अधिकारी प्रभांशु मूल रूप से इलाहाबाद के रहने वाले हैं। उन्हें पहली बार जिलाधिकारी की जिम्मेदारी मिली है। 2005 बैच के आईएएस अधिकारी आंजनेय इसके पहले बुलंदशहर के डीएम रह चुके हैं। शासन ने इन अधिकारियों को तत्काल जिलों की जिम्मेदारी संभालने के लिए निर्देशित किया है।
गोंडा में इसलिए नपे
डीएम व अन्य अफसर
- गोंडा के नवाबगंज में
पिछले दिनों एक अवैध खाद्य गोदाम पकड़ा गया था। उसमें 9362 बोरी खाद्यान्न अवैध तरीके से रखा था। पकड़ी गई बोरियां राष्ट्रीय खाद्य
सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत आवंटित खाद्यान्न की थी जिसे कालाबाजारी की
दृष्टि से जमा किया गया था।
- यह अवैध गोदाम गोंडा
में तरबगंज के विधायक प्रेम नारायण पांडेय की पहल पर वहां के एसडीएम और सीओ
की मौजूदगी में पकड़ा गया। इसके बाद भी जिला प्रशासन ने मामले में लीपापोती
की कोशिश की।
- मामला शासन के संज्ञान
में आया तो स्थानीय स्तर के अलावा राज्य मुख्यालय से इसकी जांच कराई गई
जिसमें नीचे से ऊपर तक के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई।
- जांच में पता चला कि
जिला प्रशासन केअधिकारियों से लेकर खाद्य एवं रसद विभाग केअधिकारियों ने शासन
के निर्देशों पर अमल नहीं किया।
अब तक कार्रवाई
- राज्य स्तरीय जांच के
बाद विपणन निरीक्षक झंझरी भारत सिंह, पूर्ति निरीक्षक तरबगंज महेश प्रसाद को खाद्य विभाग ने निलंबित किया।
- मुख्यमंत्री ने गोंडा
के डीएम, प्रभारी जिलापूर्ति अधिकारी व जिला खाद्य
विपणन अधिकारी को निलंबित किया।
- देवीपाटन के संभागीय
खाद्य नियंत्रक राजेश कुमार, संभागीय खाद्य विपणन
अधिकारी केके सिंह व उपायुक्त खाद्य देवीपाटन संभाग सत्येंद्र कुमार के खिलाफ
दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही के विरुद्ध विभागीय जांच का आदेश।
फतेहपुर में इसलिए
डीएम व अन्य पर हुई कार्यवाही
- प्रदेश सरकार ने 31 मई को विशेष सचिव खाद्य व अपर आयुक्त खाद्य द्वारा गेहूं क्रय केन्द्रों
की जांच कराई थी।
- जांच में पाया गया कि 13 मई के बाद जांच के दिन तक (18 दिनों में) कोई भी खरीद नहीं हुई। इसका कोई औचित्य नहीं दर्शाया
गया है।
- यह भी पता चला कि
किसानों को टोकन वितरण नहीं किया जा रहा है। शासन के निर्देशों का उल्लंघन
किया जा रहा है।
- टोकन वितरण न किए जाने
से बिचौलियों द्वारा क्रय-विक्रय से इनकार नहीं किया जा सकता।
- वरिष्ठ अधिकारी
पर्यवेक्षकीय दायित्वों का सही पर्यवेक्षण नहीं कर रहे हैं।
अब तक कार्रवाई
- क्रय केंद्र प्रभारी
बिसौली मंडी नरेंद्र कुमार व फतेहपुर के जिला प्रबंधक पीसीएफ निलंबित
- फतेहपुर मंडी के यूपी
एग्रो संस्था के क्रय केंद्र प्रभारी प्रेम नारायण भी निलंबित।
- जिला प्रबन्धक यूपी
एग्रो गुलाब सिंह को निलंबित करने की संस्तुति व विपणन शाखा के क्रय
केन्द्रों में दोषी पाये गये विपणन निरीक्षक शक्ति जायसवाल निलंबित।
- जिला खाद्य विपणन
अधिकारी घनश्याम निलंबित।