योगी सरकार ने भाजपा के सांस्कृतिक एजेंडे को धार देना शुरू कर
दिया है। सूचना विभाग ने अब संस्कृत भाषा में प्रेस नोट जारी करने की पहल की है।
सूचना विभाग में अभी तक हिंदी,
अंग्रेजी और उर्दू में ही प्रेस नोट जारी किए जाते थे। सूचना विभाग
ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीति आयोग के साथ हुई बैठक का प्रेस नोट संस्कृत
भाषा में जारी किया।
विभाग के निदेशक शिशिर ने बताया कि इससे संस्कृत भाषा को बढ़ावा
मिलेगा और संस्कृत के विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन होगा।
विभाग के निदेशक ने कहा कि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण व सरकारी फैसलों की सूचना अब संस्कृत भाषा में भी मिलेगी। इसके पहले नीति आयोग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए भाषण को संस्कृत में जारी किया गया था।
भाषणों व सूचनाओं की जानकारी को संस्कृत में अनुवाद करने के लिए लखनऊ स्थित राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान की मदद ली जाएगी। मुख्यमंत्री योगी ने मामले पर सोमवार को एक बयान में कहा था कि संस्कृत भाषा भारत के डीएनए में है। इसका उपयोग धार्मिक कार्यों में किया जाता है। जिसे बढ़ाने की आवश्यकता है।
विभाग के निदेशक ने कहा कि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण व सरकारी फैसलों की सूचना अब संस्कृत भाषा में भी मिलेगी। इसके पहले नीति आयोग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए भाषण को संस्कृत में जारी किया गया था।
भाषणों व सूचनाओं की जानकारी को संस्कृत में अनुवाद करने के लिए लखनऊ स्थित राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान की मदद ली जाएगी। मुख्यमंत्री योगी ने मामले पर सोमवार को एक बयान में कहा था कि संस्कृत भाषा भारत के डीएनए में है। इसका उपयोग धार्मिक कार्यों में किया जाता है। जिसे बढ़ाने की आवश्यकता है।